Friday, February 28, 2014

लापरवाही



शिवजी के अनेक नाम

Anil Singh



बुद्धि पर पर्दा


Fwd: [AMRIT VANI ] संसार मे ना कोई

 संसार मे ना कोई



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Posted By Madan Gopal Garga LM VJM to AMRIT VANI at 2/28/2014 07:32:00 PM

सच्ची संपदा

सही अर्थों मैं माता पिता   की सच्ची संपदा उनकी संतान है !ये ही  आपकी सच्ची दौलत हैं ,खजाना हैं !उन्हें ठीक तरह संम्भालना उनकी जिम्मेदारी है !उनको संम्भालना बिजनेस संम्भालने से ज्यादा जरूरी है 

जो स्वंय अच्छा

* जो स्वंय अच्छा नहीं कर सकते वे दूसरों की आलोचना करते रहते हैं। लेकिन जो स्वंय करने में सक्षम हैं वे तो स्वंय करके आदर्श स्थापित करते हैं ।