Friday, January 23, 2015

विनम्रता व्यक्ति

विनम्रता व्यक्ति की शक्ति है। विनम्रता में इतनी शक्ति है कि

 सामने वाला वशीभूत हो जाए।


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

पानी जैसे बर्तन


पानी जैसे बर्तन में रखा जाए वैसा ही रूप धारण कर लेता है ! वैसे ही जैसी संगति में बैठोगे वैसा ही रूप आपके अन्दर झलकने लग जायेगा!

आप जीने के



हम प्रकृति के नहीं हैं यह हमें भोगने के लिये दी गयी है !

आप जीने के लिये खाते हैं ,खाने के लिये जीवन नहीं है !